*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈दिनांक -11अक्टूबर 2025 *
*🎈 दिन - शनिवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - कार्तिक*
*🎈 पक्ष - कृष्णपक्ष*
*🎈तिथि- पंचमी 04:42:52 pm रात्रि* तक तत्पश्चात् षष्ठी*
*🎈 नक्षत्र - कृत्तिका 05:30:18 शाम तत्पश्चात् मृगशीर्षा*
*🎈 योग - व्यतिपत 02:05:59 pm* तक तत्पश्चात् वरियान*
*🎈करण - तैतुल 16:42:52pm *तक तत्पश्चात् वणिज*
*🎈 राहुकाल_हर जगह का अलग है- सुबह 09:28 pm से दोपहर 10:55 pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि- वृषभ till 26:23:26*तक तत्पश्चात् मिथुन 26:24*
*🎈सूर्य राशि- कन्या*
*🎈सूर्योदय - 06:33:47*am
*🎈सूर्यास्त -06:09:16*pm
(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चंद्रोदय- 20:31:04*
*🎈चंद्रास्त- 09:58:52*
*🎈दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:54 से प्रातः 05:43 तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 11:58 ए एम से 12:45 पी एम *
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:57 पी एम से 12:47 ए एम, अक्टूबर 12 तक*
*🎈अमृत सिद्धि योग- 06:33 ए एम से 03:20 पी ए*
*🎈 व्रत एवं पर्व- पंचमी ,
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
मानक सूर्योदय के अनुसार।
*🎈 काल - हानि-06:33 ए एम से 08:00 ए एम काल वेला*
*🎈 शुभ - उत्तम-08:00 ए एम से 09:27 ए एम*
*🎈 रोग - अमंगल-09:27 ए एम से 10:54 ए एम*
*🎈 उद्वेग - अशुभ-10:54 ए एम से 12:22 पी एम*
*🎈 चर - सामान्य-12:22 पी एम से 01:49 पी एम*
*🎈 लाभ - उन्नति-01:49 पी एम से 03:16 पी एम वार वेला*
*🎈 अमृत - सर्वोत्तम-03:16 पी एम से 04:43 पी एम*
*🎈 काल - हानि-04:43 पी एम से 06:10 पी एम काल वेला*
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈लाभ - उन्नति-06:10 पी एम से 07:43 पी एम काल रात्रि*
*🎈उद्वेग - अशुभ-07:43 पी एम से 09:16 पी एम*
*🎈शुभ - उत्तम-09:16 पी एम से 10:49 पी एम*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-10:49 पी एम से 12:22 ए एम, अक्टूबर 12*
*🎈चर - सामान्य-12:22 ए एम से 01:55 ए एम, अक्टूबर 12*
*🎈रोग - अमंगल-01:55 ए एम से 03:27 ए एम, अक्टूबर 12*
*🎈काल - हानि-03:27 ए एम से 05:00 ए एम, अक्टूबर 12*
*🎈लाभ - उन्नति-05:00 ए एम से 06:33 ए एम, अक्टूबर 12 काल*
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🚩*☀#*जय गणेश*☀*🚩
🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩*
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🍁 *🎈 🦚झाड़ू में धन की देवी महालक्ष्मी का वास🦚
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*झाड़ू में धन की देवी महालक्ष्मी का वास
शास्त्रों में कहा गया है कि जिस घर में झाड़ू का अपमान होता है वहां धन हानि होती है, क्योंकि झाड़ू में धन की देवी महालक्ष्मी का वास माना गया है। विद्वानों के अनुसार झाड़ू पर पैर लगने से महालक्ष्मी का अनादर होता है। झाड़ू घर का कचरा बाहर करती है और कचरे को दरिद्रता का प्रतीक माना जाता है।
जिस घर में पूरी साफ-सफाई रहती है वहां धन, संपत्ति और सुख-शांति रहती है। इसके विपरित जहां गंदगी रहती है वहां दरिद्रता का वास होता है।
ऐसे घरों में रहने वाले सभी सदस्यों को कई प्रकार की आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी कारण घर को पूरी तरह साफ रखने पर जोर दिया जाता है ताकि घर की दरिद्रता दूर हो सके और महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सके। घर से दरिद्रता रूपी कचरे को दूर करके झाड़ू यानि महालक्ष्मी हमें धन-धान्य, सुख-संपत्ति प्रदान करती है।
वास्तु विज्ञान के अनुसार झाड़ू सिर्फ घर की गंदगी को दूर नहीं करती है बल्कि दरिद्रता को भी घर से बाहर निकालकर घर में सुख समृद्घि लाती है।
झाड़ू का महत्व इससे भी समझा जा सकता है कि रोगों को दूर करने वाली शीतला माता अपने एक हाथ में झाड़ू धारण करती हैं।
यदि भूलवश झाड़ू को पैर लग जाए तो महालक्ष्मी से क्षमा की प्रार्थना कर लेना चाहिए।
जब घर में झाड़ू का इस्तेमाल न हो, तब उसे नजरों के सामने से हटाकर रखना चाहिए।
इस दिन नई झाडू खरीदना माना जाता है शुभ
वास्तु शास्त्र के मुताबिक जब भी घर में पुरानी झाडू को बदलकर नई झाडू इस्तेमाल करनी हो तो इसके लिए शनिवार के दिन का ही चुनाव करें।
अगर आप नई झाडू खरीदने जा रहे हैं तो कृष्णपक्ष में ही झाडू खरीदनी शुभ मानी जाती है।
ऐसे ही झाड़ू के कुछ सतर्कता के नुस्खे अपनाये गये उनमें से आप सभी मित्रों के समक्ष हैं जैसे
1. शाम के समय सूर्यास्त के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए इससे आर्थिक परेशानी आती है।
2. झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए, इससे कलह होता है।
3. आपके अच्छे दिन कभी भी खत्म न हो, इसके लिए हमें चाहिए कि हम गलती से भी कभी झाड़ू को पैर नहीं लगाए या लात ना लगने दें, अगर ऐसा होता है तो मां लक्ष्मी रुष्ठ होकर हमारे घर से चली जाती है।
4. झाड़ू हमेशा साफ रखें ,गिला न छोडे ।
5. ज्यादा पुरानी झाड़ू को घर में न रखें।
6. झाड़ू को कभी घर के बाहर बिखराकर न फेके और इसको जलाना भी नहीं चाहिए।
7. झाड़ू को कभी भी घर से बाहर अथवा छत पर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में चोरी की वारदात होने का भय उत्पन्न होता है। झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां से झाड़ू हमें, घर या बाहर के किसी भी सदस्यों को दिखाई नहीं दें।
8. गौ माता या अन्य किसी भी जानवर को झाड़ू से मारकर कभी भी नहीं भगाना चाहिए।
9. घर-परिवार के सदस्य अगर किसी खास कार्य से घर से बाहर निकले हो तो उनके जाने के उपरांत तुरंत झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। यह बहुत बड़ा अपशकुन माना जाता है। ऐसा करने से बाहर गए व्यक्ति को अपने कार्य में असफलता का मुंह देखना पड़ सकता है।
10. शनिवार को पुरानी झाड़ू बदल देना चाहिए।
11. सपने मे झाड़ू देखने का मतलब है नुकसान।
12. घर के मुख्य दरवाजा के पीछे एक छोटी झाड़ू टांगकर रखना चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
13. उलटा झाडू रखना अपशकुन माना जाता है. झाडू को हमेशा लेटाकर रखना चाहिए. झाडू को खड़ा करके रखने पर कलह होता है.
14. अंधेरा होने के बाद घर में झाडू लगाने से लक्ष्मी नाराज होती है.
15. झाडू को घर से बाहर या छत पर नहीं रखें क्योंकि ऐसा करने से घर में चोरी होने का भय होता है.
पूजा घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्वी कोने में झाडू व कूड़ेदान आदि नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में बरकत नहीं रहती है इसलिए वास्तु के अनुसार अगर संभव हो तो पूजा घर को साफ करने के लिए एक अलग से साफ कपड़े को रखें।
जो लोग किराये पर रहते हैं वह नया घर किराये पर लेते हैं अथवा अपना घर बनवाकर उसमें गृह प्रवेश करते हैं तब इस बात का ध्यान रखें कि आपका झाड़ू पुराने घर में न रह जाए। मान्यता है कि ऐसा होने पर लक्ष्मी पुराने घर में ही रह जाती है और नए घर में सुख-समृद्घि का विकास रूक जाता है।
महालक्ष्मी नमो नमः
नमस्तेस्तु महामायी शितिथे सुरभुशिते शंखचक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते
नमस्ते गरुडारुढ़े कोल्हासुर भयंकरी सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते
सर्वज्ञे सर्व वरदे सर्व दुष्ट भयंकरी सर्व दुःख हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते
महालक्ष्मी नमोस्तुते
नमस्तेस्तु महामायी शितिथे सुरभुशिते शंखचक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते
सिद्धि बुद्धि प्रदे देवी भुक्ति मुक्ति प्रदायनी मंत्र पुजे सदा देवी
महालक्ष्मी नमोस्तुते
आदयंत रहिते देवी आद्यशक्ति महेश्वरी
योगजे योगसंभुते महालक्ष्मी नमोस्तुते
नमस्तेस्तु महामायी शितिथे सुरभुशिते शंखचक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते
स्थूलसुश्म महारोद्रे महाशक्ति महोदरे महापाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते
महालक्ष्मी नमोस्तुते
पद्मासन स्तिथे देवी परब्रह स्वरूपिणी परमेशि जगनमातर महालक्ष्मी नमोस्तुते महालक्ष्मी नमोस्तुते
नमस्तेस्तु महामायी शितिथे सुरभुशिते शंखचक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते।।
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दीपावली के (उपाय) जो देंगे आश्चर्यजनक परिणाम...
1-दीपावली के पांच पर्व होते हैं (धनतेरस, चर्तुदशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा, यम द्वितीया)। पांचों दिन दीपक (चार छोटे एक बड़ा) जरुर जलाएं। दीपक रखने से पहले आसन बिछाएं फिर खील, चावल रखें तथा उस पर दीपक रखें। धन की वृद्वि सदा बनी रहेगी।
2-यदि कमाई का कोई जरिया न हो, तो एक गिलास कच्चे दूध में, चीनी डाल कर जामुन वृक्ष की जड़ में चढ़ाएं। यह क्रिया धनतेरस से शुरू करें और चालीस दिन लगातार करें। कभी-कभी सफाई कर्मचारी को चाय की 250 ग्राम पत्ती या सिगरेट दान करें।
3-आपका व्यवसाय यदि कम हो गया हो या किसी ने उसे बाँध दिया हो, तो दीपावली से पूर्व धनतेरस के दिन पूजा स्थल पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर 'धनदा यन्त्र' को स्थापित करें और धूप, दीप दिखाएं, नैवेघ अर्पित करें, यह क्रिया करते समय मन ही मन श्रीं श्रीं मंत्र का जप करते रहें. प्रतिदिन नहा धोकर यन्त्र का निष्ठापूर्वक दर्शन करें।
4-दीपावली के दिन सुबह तुलसी की माला बना कर मां लक्ष्मी के चरणों में चढ़ा दें, इससे आपको धन की बरकत होगी।
5-दीपावली की रात लक्ष्मी पूजन के साथ एकाक्षी नारियल की स्थापना कर उसकी पूजन-उपासना करें।भाई दूज के दिन लाल कपडे में लपेट कर साल भर तिजोरी में रखे इससे धन लाभ होता है साथ ही परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
6-दूध से बने नैवेद्य मां लक्ष्मी को अति प्रिय हैं। इसलिए उन्हें दूध से निर्मित मिष्ठान जैसे- खीर, रबड़ी आदि का भोग लगाएं। इससे मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं।
7-दीपावली की रात लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ काली हल्दी का भी पूजन करें और यह काली हल्दी अपने धन स्थान(लॉकर, तिजोरी) आदि में रखें। इससे धन लाभ होगा।
8-धन-समृद्धि के लिए दीपावली की रात में केसर से रंगी नौ कौडिय़ों की भी पूजा करें। पूजन के पश्चात इन कौडिय़ों को पीले कपड़े में बांधकर पूजास्थल पर रखें। ये कौडिय़ां अपने व्यापार स्थल पर रखने से व्यापार में वृद्धि होती है।
9-दीपावली के दिन मां लक्ष्मी को पूए का भोग लगा कर उसे गरीबों में बांटने से चढ़ा हुआ कर्ज उतर जाता है।
10-दीपावली के दिन से कमलगट्टे की माला से निम्न महालक्ष्मी मंत्र का जप शुरू करे और प्रतिदिन करे इससे कभी भीआर्थिक समस्या नहीं होगी।
मन्त्र-'ॐ श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:'।
11-कोर्ट कचहरी में मुकदमा चल रहा हो तो पांच गोमती चक्रों को दीपावली के दिन पूजन पर रखें. जब तारीख पर कोर्ट जाना हो तो उन्हें जेब में रख कर जाएं, जाते समय मन ही मन इश्वर से विजय की प्रार्थना करते रहें, सफलता प्राप्त होगी.
12-यदि आपका उधार लिया हुआ पैसा कोई लम्बे अरसे से नहीं लौटा रहा हो तो, दीपावली के दिन उस व्यक्ति का नाम लेकर ग्यारह गोमती चक्र पर तिलक लगा कर, इष्ट देव का स्मरण कर, उससे निवेदन करें, कि मेरा पैसा जल्द से जल्द लौटा दो. इसके बाद पूजित गोमती चक्रों को पीपल के वृक्ष के पास जमीन में दबा दें।
13-यदिआप बेरोजगार है नौकरी के तलाश में लगे है तो दीपावली के दिन पूजा करते समय पांच कोडियों पर हल्दी का तिलक लगाकर उसकी भी पूजा करे और अगले दिन अपने ऊपर से आठ बार उसारकर किसी भिखारी को कुछ पैसो के साथ दान कर दे।इससे आपको नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाएगा ।
14-दुर्भाग्य के नाश के लिए दीपावली की रात में एक नींबू लेकर मध्यरात्रि के समय किसी चौराहे पर जाएं वहां उस नींबू को चार भाग में काटकर चारों रास्तों पर फेंक दें।
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*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷* मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज् से परामर्श अवश्य लगे
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
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